Sunday, November 17, 2019

On Ayodhya Verdict - चलो मंदिर मस्जिद बनाएँ

एक कर्म का क्या खूब फल मिला
देश को दहशत में डुबाने में कौन सफल रहा।
मस्जिद गिराके मंदिर बनाओ
था मंदिर पहले यकीन दिलाओ।
कानून कहता विश्वास है सच्चा
मानो बात उसकी जिसने आतंक फैलाया ।
ना सोचो कि क्या एक गलत से दूसरा गलत धुल गया
ना मानो कि आज एक बार फिर यथार्थ को भरोसे ने झुक्लाया।
हाँ, यहि है राम भूमि, कर्म भूमी
शर्म और इंसाफ की मृत्यु श्रेणी।

- Written on 10 November 2019.
- In Response to the Ayodhya Verdict by the Supreme Court of India on 9 November 2019. 

No comments: